बुधवार, 1 जनवरी 2014

आओ इस नये साल मे


सुख दुख तो जीवन के साथी,
जीना हमें हर हाल मे
खुश रहने का वादा करलें,
आओ इस नये साल मे

क्या पाया क्या खोया हमने,
न उलझें इन सवाल मे
नई उम्मीदों से दामन भरले,
आओ इस नये साल मे

पनीर की कौशिश करें तब तक
काम चलाये दाल मे
आशाओं को दुगना कर लें ,
आओ इस नये साल मे

सुर से सुर मिलायें जीवन के
ताल देकर ताल मे
हर रंग को अपना कर लें ,
आओ इस नये साल मे

सैयाद हर तरफ मिलेंगे
फंसें न इनके जाल में
स्वविवेक से राहें चुनलें
आओ इस नये साल मे
सुरेश राय 'सरल'

चित्र गूगल से साभार