मान चिंगारी मुझे तुम,हौसलों की हवा देना. पर बेरुखी की धूल से,मुझको न दबा देना. आप का अभिनंदन है.आप के आशीष,स्नेह और प्रोत्साहन को टिप्पणी मे प्रकट करने की कृपा करें
बहुत बढियां सुरेश जी..
आदरणीय नीरज कुमार जी, सह्रदय आभार व्यक्त करता हूं आपका. हार्दिक अभिनंदन
सही कहा..माँ के बगैर दुनिया की कल्पना ही रोंगटे खड़े कर देने वाली है...उत्तम प्रस्तुति।।।
सह्रदय आभार आपका Ankur ji
वाह ... कृपा माँ की बनी रहे तो जीं में कुछ कमी नहीं रहती ...
बहुत बहुत धन्यवाद नासवा जी .“माँ है तो जहाँ है “
मां के लिए अच्छी बात।
बहुत बढियां सुरेश जी..
जवाब देंहटाएंआदरणीय नीरज कुमार जी, सह्रदय आभार व्यक्त करता हूं आपका. हार्दिक अभिनंदन
हटाएंसही कहा..माँ के बगैर दुनिया की कल्पना ही रोंगटे खड़े कर देने वाली है...उत्तम प्रस्तुति।।।
जवाब देंहटाएंसह्रदय आभार आपका Ankur ji
हटाएंवाह ... कृपा माँ की बनी रहे तो जीं में कुछ कमी नहीं रहती ...
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद नासवा जी .
हटाएं“माँ है तो जहाँ है “
मां के लिए अच्छी बात।
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